शनिवार, 10 अगस्त 2013

लक्ष्य



 सुबह-सुबह  मैंने देखा

अपनी छोटी  सी बगिया में

एक नन्हा सा फूल मुस्कुराता

अंतर में थे उसके

 रंग, सुगंध , मुस्कान और आशा

नन्हा था जीवन-काल मगर

गम न था मिट जाने का

सिखा रहा था वह नन्हा कोमल

रखना जीवन का लक्ष्य

और बिखेरना मुस्कान सदा

2 टिप्‍पणियां:

  1. wwah!!!
    khubsoorat kavita!
    apke profile par jo lines likhi hain shayad wah famous english lines ka anuvaad hain:" The wood are lovely, dark and deep/but I have promisses to keep/and miles to go before I sleep...."
    M I right?
    http://chandsitaarephoolaurjugnu.blogspot.in/

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  2. लोरी अली जी बहुत बहुत धन्यवाद आपका....
    जी हाँ आप ने सही पहचाना मेरी प्रोफाइल में रॉबर्ट फ्रोस्ट की कविता Stopping by Woods on a Snowy Evening की पंक्तियों का अनुवाद है

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